Haryana Pension Scheme: हरियाणा सरकार ने प्रदेश के बुजुर्गों, दिव्यांगों और जरूरतमंदों के लिए Haryana Pension Scheme को पूरी तरह डिजिटल और ऑटोमैटिक बना दिया है। अब पेंशन के लिए न तो दफ्तरों के चक्कर लगाने की ज़रूरत है और न ही अलग से आवेदन भरना पड़ता है। सरकार की यह नई पहल राज्य के लाखों लाभार्थियों को सुविधा, पारदर्शिता और समय पर भुगतान सुनिश्चित करती है। आइए जानते हैं Haryana Pension Scheme से जुड़ी इस नई व्यवस्था की पूरी जानकारी।
Haryana Pension Scheme के तहत सीधे खाते में भेजी गई राशि
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में एक राज्यस्तरीय समारोह में हरयाणा पेंशन स्कीम के 41,591 नए लाभार्थियों को पेंशन का लाभ प्रदान किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों के बैंक खातों में 12 करोड़ 59 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर की। इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि सरकार सामाजिक सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सक्रिय और प्रतिबद्ध है।

अब Haryana Pension Scheme की प्रक्रिया पूरी तरह ऑटोमैटिक
मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि पहले लोगों को बुजुर्ग पेंशन, दिव्यांग पेंशन जैसी योजनाओं के लिए सरकारी कार्यालयों में चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन अब सरकार ने हरयाणा पेंशन स्कीम को प्रो-एक्टिव मोड पर डाल दिया है, जिसमें पात्रता पूरी होते ही स्वतः पेंशन चालू हो जाती है। नागरिकों को अलग से आवेदन या सिफारिश की जरूरत नहीं होती।
डिजिटल Haryana Pension Scheme से मिली पारदर्शिता और राहत
सरकार की इस नई डिजिटल व्यवस्था ने सिस्टम को ज्यादा पारदर्शी और जवाबदेह बना दिया है। अब किसी भी पेंशन राशि के वितरण में देरी या भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हो गई है। Haryana Pension Scheme के तहत पेंशन की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर होती है, जिससे मध्यस्थों की भूमिका पूरी तरह खत्म हो गई है।
बुजुर्गों, दिव्यांगों और जरूरतमंदों के लिए वरदान बनी Haryana Pension Scheme
हरयाणा पेंशन स्कीम अब महज एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि लाखों लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा की मजबूत ढाल बन चुकी है। इस स्कीम के जरिए उन नागरिकों को सशक्त बनाया जा रहा है जो आर्थिक रूप से निर्भर थे। बुजुर्गों को अब अपनी पेंशन के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता और वे सम्मानजनक जीवन जी पा रहे हैं।

कंक्लुजन
हरियाणा सरकार की Haryana Pension Scheme राज्य के सामाजिक कल्याण में एक बड़ा और क्रांतिकारी कदम है। यह योजना न केवल बुजुर्गों और दिव्यांगों को आर्थिक सुरक्षा देती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मसम्मानी भी बनाती है। सरकार की डिजिटल पहल, समय पर भुगतान और स्वतः पात्रता पहचान जैसी सुविधाएं इस योजना को देशभर में एक उदाहरण बनाती हैं। अगर आप हरियाणा के निवासी हैं और पेंशन के पात्र हैं, तो अब इंतजार की जरूरत नहीं – हरयाणा पेंशन स्कीम आपके घर तक पहुंच चुकी है।
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