बरगी बांध
मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी पर बने 30 बंधों की श्रंखला में से एक है बरगी बांध। नर्मदा नदी पर बनने वाला यह पहला बड़ा बांध है। इस परियोजना को रानी अवंतिबाई सागर परियोजना के नाम से भी जाना जाता है। यह बांध जबलपुर और आसपास के क्षेत्रो में जल आपूर्ति का एक प्रमुख स्त्रोत है। इस बांध से दो महत्वपूर्ण सिचाई परियोजना बरगी व्यपवर्तन परियोजना और रानी अवंतिबाई लोधी सागर परियोजना विकसित की गई है।
बरगी डेम की शुरुआत
बरगी बाँध नर्मदा नदी पर बना एक बड़ा बांध है। केन्द्रीय जल और विधुत आयोग ने 1968 में 2,980 वर्गकिलोमीटर में सिचाई और 100 मेगावाट की जल विधुत उत्पादन क्षमता के लिए बरगी बांध निर्माण के प्रस्ताव पर विचार प्रस्तुत किया। बाद में बरगी व्यपवर्तन परियोजना बनाई गई। जिसमे सिचाई क्षमता बढ़कर 4,370 वर्गकिलोमीटर कर दी गई। बांध के निर्माण का कार्य 1974 में प्रारंभ हुआ और 1990 में पूरा हो गया।
इस परियोजना में मंडला, सिवनी और जबलपुर के कुल 162 गाँव शामिल है, जिसमे से 82 गाँव पुर्णतः डूब गये। 26979 हेक्टेयर भूमि डूब क्षेत्र में आई है, जिसमें 14570 हेक्टेयर कृषि भूमि, 8478 हेक्टेयर वन भूमि तथा 3569 हेक्टेयर अन्य शासकीय भूमि शामिल है। 7000 से अधिक विस्थापित परिवार में 43% आदिवासी, 12% दलित, 38% पिछड़ी जाति एवं 7% अन्य लोग हैं।
यह भी पढ़े – नर्मदा नदी पर बरगी बांध
बांध की ऊंचाई 69 मीटर और लम्बाई 5.4 किमी है अर्थात 5357 मीटर लम्बा मिट्टी के बांध के साथ 825 मीटर लम्बा मेसनरी बांध है। इस बांध से बनी झील लगभग 75 किमी की लम्बाई और 4.5 किमी चौड़ाई के साथ 267.76 वर्ग किमी पर फैली हुई है। इस बरगी बांध परियोजना से 3 जिले लाभान्वित हो रहे है –
- जबलपुर
- मंडला
- सिवनी
इस परियोजना से वर्तमान में 95,000 वर्गकिलोमीटर क्षेत्रफल में सिचाई की जाती है। नर्मदा नदी के आसपास के लोगो को सिचाई और जीवनयापन के लिए यह बांध बहुत महत्वपूर्ण है।परियोजना के बायीं तट नहर योजना से जबलपुर और नरसिहपुर जिले के 2,19,800 हेक्टेयर भूमि में सिचाई की जा रही है और बरगी बांध से 90 मेगावाट जल विधुत का उत्पादन हो रहा है।
यह एक बहुउद्देशीय बांध है। इस झील से मत्स्य और पर्यटन को बढ़ावा मिला है। बरगी डेम जबलपुर का एक महत्वपूर्ण पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हुआ है। मध्यप्रदेश सरकार ने यहाँ एक रिसोर्ट भी खोला है। यहाँ बोट राइड, फिशिंग, वाटर स्कूटर आदि की सुविधा है जिससे आप बरगी डेम की यात्रा को और भी मनोरंजक बना सकते है।
नर्मदा नदी – मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी नदी है, जो पूर्व से पश्चिम की दिशा में बहती है और अरब सागर में मिल जाती है। इसकी कुल लम्बाई 1312 किमी. है जिसमे से मध्यप्रदेश में 1072 किमी बहती है।
मंडला जिले की 2 नदी परियोजना : मटियारी बांध परियोजना और थावर परियोजना
कंटेंट क्रेडिट – google.com