रंगरेज घाट मडंला | Rangrej Ghat Mandla
रंगरेज घाट मडंला जिले के प्राचीनतम घाट में से एक है। इस घाट का अपना धार्मिक महत्त्व भी है। इस घाट में अनेक प्राचीन मंदिर भी है। रंगरेज घाट में कजली तीज, डोलग्यारस आदि अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है। इस घाट में महाशिवरात्रि पर्व, अमावस्या, सावन सोमवार, नर्मदा जयंती आदि प्रमुख पर्व व तिथियों पर हजारों श्रद्धालु नर्मदा में स्नान के लिए आते हैं। इसके अलावा भी विशेष मुर्हूत में स्नान के लिए भी घाटों में सैंकड़ों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मंडला जिले का महापर्व डोल ग्यारस रंगरेज घाट में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर मेला भरता है और भगवान श्री कृष्ण को जलबिहार कराने की प्रथा है शहर के विभिन्न मार्गों से डोला निकालकर श्री कृष्ण को नगर भ्रमण कराया जाता है जिसे देखेन बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। रंगरेज घाट के पास झुला पुल के बन जाने से नदी के उस तरफ के गाँव, जैसे पुरवा, सूरजकुंड आदि की दुरी मंडला नगर से मात्र 2 किमी. रह गई है।
गांधी चबूतरा –6 दिसंबर 1933 को किसी आंदोलन के तहत गांधीजी मंडला पहुंचे थे,उस दौर में गांधीजी ने जिस स्थान पर सभा की थी, उस चबूतरे के ऊपर अब नया चबूतरा तामीर कर उस पर गांधीजी की मूर्ति स्थापित कर दी गई है, लेकिन झुला पुल के निर्माण के लिए उस बरगद के पेड़ को काट दिया गया, जिसे गांधीजी ने की याद में डाला गया था।
पुराने समय में रंगरेज घाट को साड़ियों की रंगाई के मंच के रूप में जाना जाता था। उद्योगों और बड़े पैमाने पर उत्पादन के आगमन के साथ, यह पेशा अब यहाँ विलुप्त हो गया है।
रपटा घाट मंडला | Rapta Ghat Mandla
रपटा घाट – मंडला शहर के मध्य में नर्मदा नदी के किनारे बना रपटा घाट मंडला का एक मुख्य पर्यटक स्थल है। यह एक सुन्दर घाट है। रपटा घाट में बहुत सारे छोटे-बड़े, नए-पुराने मंदिर देखने को मिलते है। यहाँ पर नर्मदा जी का मंदिर. राधा-कृष्ण मंदिर, साईं बाबा मंदिर. हनुमान मंदिर, शनि मंदिर, गणेश मंदिर, शिव मंदिर देखने को मिलते है जिनमे बहुत ही सुन्दर मूर्तियाँ स्थापित है।
घाट पर बैठने के लिए बेंचों की व्यवस्था की गई है पर्यटक यहाँ बैठकर नर्मदा नदी के सुन्दर दृश्य का आन्नद ले सकते है। घाट के पास नदी के बीच में छोटा सा द्वीप है जिसमे शिवलिंग स्थापित है। यह द्वीप नदी में गहराई वाले स्थान पर स्थित है। पूर्व में नाव से जाकर पूजा की जाती थी अब यहाँ छोटा सा पुल बना दिया गया है। घाट में प्रतिदिन नर्मंदा नदी की महा आरती सुबह-शाम होती है।
त्यौहार एवं विशेष अवसरों पर होने वाले अधिकतर कार्यक्रम इसी घाट पर होते हैं | रपटा घाट में नर्मदा जयंती और मकर संक्रांति के समय यहाँ बड़ा मेला लगता है घाट में आप कभी भी घुमने आ सकते है यहां पर हमेशा ही अच्छा वातावरण रहता है।यह मंडला की एक शांत जगह है। यहां रोजाना हजारों लोग एकांत की तलाश में और मन को शांत करने के लिए पहुंचते हैं। यहां शाम का विहंगम दृश्य है।
रपटा घाट में गर्मी के मौसम में अधिक लोग नदी में नहाने का आनंद लेने आते है घाट में नहाने के लिए प्रशासन की और से महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था है स्नान के बाद कपडे बदलने के लिए अलग-अलग चेंजिग रूम यहाँ पर बने हुए है।
रपटा घाट में आपको तीन पुल देखने को मिलते है जिसमे से एक है छोटा पुल। बारिश के समय बाढ़ में यह पुल डूब जाता है पूर्व के समय में इसी पुल का उपयोग आने जाने के लिए किया जाता था इस पुल पर वर्तमान में वाहन प्रतिबंधित है। इसे केवल पैदल घुमने के लिए उपयोग किया जाता है। इस पुराने और छोटे पुल से भी छोटा एक पुल/ एनिकट है जिसे पानी को रोकने के लिए बनाया गया है। इसमें 8-15 गेट है यहां पर भी बहुत सारे लोग मछली पकड़ते हैं। एक बड़ा पुल है जिसे हाइवे ब्रिज कहा जाता था। यह सिवनी जिले के आवागमन को जोड़ता है।
नर्मदा नदी के अन्य घाट
मंडला शहर तीन और से नर्मदा नदी से घिरा हुआ है नर्मदा के तट पर कई नए और पुराने घाट है जिसमे से कुछ घाट का उल्लेख निम्न है-
नाना घाट- नाना घाट का निर्माण मराठा काल में मराठा सूबेदार नारायण वाजी राव घाटगे (नाना घाटगे) ने 1807-1810 में कराया था इस घाट पर मराठा कालीन शिव मंदिर भी देखने को मिलता है कहा जाता है इस स्थान में पहले एक गर्म पानी का कुण्ड भी हुआ करता था जो अब विलुप्त हो गया है।
नाव घाट – यह मंडला का अति प्राचीन घाट है | यह मंडला को आस-पास के गावों से नाव द्वारा जोड़ता है | इस घाट में सिंघवाहिनी माता का मंदिर और परशुराम मंदिर स्थित है।
किला घाट -यह घाट मंडला के किले के पास में स्थित है |इस घाट के सामने संगम घाट है किले घाट के निकट राज राजेश्वरी माता का मंदिर भी स्थित है।
हनुमान घाट – इस घाट पर सीता-राम बाबा की समाधी है | यहाँ प्राचीन मंदिर है जिसमे भगवान शिव और हनुमान जी का सिद्ध मंदिर है |
जेल घाट – यह घाट मंडला के जिला जेल के सामने है | घाट के पास सुन्दर नेहरू गार्डन है | घाट से लगे कुछ पुराने मंदिर और पास ही एक मदरसा भी है |
कलेक्ट्रेट घाट – यह घाट कलेक्टर बंगले से लगा हुआ है |
न्याय घाट – यह घाट जिला कोर्ट परिसर के पीछे स्थित है | इस घाट से माँ नर्मदा का दृश्य बहुत ही मनोहारी दिखलाई देता है |
संगम घाट- यह बहुत बड़ा और पुराना है। घाट के आसपास बहुत से प्राचीन मंदिर है। संगम घाट का जीर्णोद्धार कराया गया है। बंजर नदी के सामने की ओर मंडला का किला, एक तट पर संगम घाट और सामने ही दूसरे तट में राधाकृष्ण मंदिर स्थित है।
चक्र-तीर्थ घाट– मंडला जिले मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत देवदरा के अंतर्गत रामपुरा क्षेत्र में पौराणिक महत्त्व रखने वाला नर्मदा नदी के तट पर स्थित घाट जिसे चक्रतीर्थ घाट कहते है।यह एक प्राचीन घाट है।
बाबा घाट – इस घाट का निर्माण मराठाकाल में किया गया था,अनुमानतः रूपनाथ झा जो बाद में संयासी हो गये थे के द्वारा इस घाट का निर्माण कराया गया था।
मंडला जिले के अन्य पर्यटन स्थल के बारे में पढ़े:-
सूरज कुण्ड : मंडला | इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति दिन में ३ बार बदलती है अपना स्वरूप
गर्म पानी कुण्ड मंडला | Garam Pani Kund Mandla:चमत्कारी कुण्ड जहाँ स्नान से ठीक होता है चर्मरोग
Sahatrdhara Mandla:जानिए सहस्त्रधारा मंडला के बारे में रोचक जानकारी
राजराजेश्वरी मंदिर मंडला : Rajarajeshwari Temple Mandla
कंटेंट क्रेडिट – google.com